बीजेपी विधायक पद्मश्री भागीरथी देवी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने का एलान कर दिया है। उन्होंने बीजेपी (BJP) पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि दलित होने के कारण संगठन में मेरी बात नहीं सुनी जाती है। इस दौरान उन्होंने कहा कि बगहा जिला में संगठन में भी हमारी कोई पूछ नहीं है।

पश्चिम चंपारण की रामनगर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक पद्मश्री भागीरथी देवी ने गुरुवार को पटना में पत्रकारों से बताया कि वे राष्ट्रीय कार्यसमिति और प्रदेश कार्य समिति से इस्तीफा देंगी। पद्मश्री बीजेपी विधायक भागीरथी देवी ने कहा कि बगहा जिला संगठन में दूसरे दल के लोगों को मदद पहुंचाने वालों की पूछ होती है। दो लोग मिल कर बगहा जिला चला रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने बीजेपी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल पर बड़ा आरोप लगाया। साथ ही कहा कि मेरी परेशानी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल जानते हैं, लेकिन कोई करवाई नहीं होती है। उन्होंने कहा कि दलित समझ कर मुझे परेशान किया जाता है। गौरतलब है कि बीजेपी की महिला विधायक द्वारा पार्टी पर इस तरह के आरोप से संगठन के लोग सकते में हैं।

पार्टी की दलित महिला विधायक की ओर से उठाए गए कदम ने संगठन के अंदर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल इस मामले पर पार्टी का कोई नेता कुछ भी कहने से बचता दिख रहा है। वहीं, सबका साथ सबका विकास का नारा बुलंद करने वाली पार्टी अपने महिला विधायक के इस कदम से विरोधियों के निशाने पर आ गई है।

बता दें कि भागीरथी देवी पश्चिम चंपारण जिले के नरकटियागंज में ब्लॉक विकास कार्यालय में एक सफाई कर्मचारी के रूप में काम करती थी, जिसके लिए उन्हें 800 रुपये वेतन मिलता था। उन्होंने अपना पहला चुनाव साल 2000 में नरकटियागंज विधानसभा से लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद 2005 में भी चुनाव जीती। साल 2010 में परिसीमन बदला और नरकटियागंज सामान्य सीट हो गया। इसके बाद उन्होंने रामनगर सीट से चुनाव लड़ा और तब से वहां की विधायक हैं।